Transaction failed but money deducted from account
Transaction failed but money deducted from account : ऐसा तब होता है, जब किसी पेमेंट प्रोसेस में पार्टिसिपेंट के एन्ड में कोई टेक्निकल इशू हो। यहाँ “पेमेंट प्रोसेस में पार्टिसिपेंट” का मतलब वो सभी पार्टियां जो एक पेमेंट को प्रोसेस करते वक्त हिस्सा लेती है। मान लीजिये आप एक AEPS transaction करते है, उस ट्रांसक्शन को पूर्ण होने में 2-3 सेकण्ड्स का समय लग जाता है। इन 2 -3 सेकण्ड्स में पेमेंट प्रोसेस Acquire bank -> NPCI -> UIDAI -> Issuer Bank, इन सभी पार्टियों से होकर टर्मिनल पर स्टेटस शो करता है। इन पार्टियों में से किसी एक में भी कोई समस्या हो तो transaction fail हो जाता है, और कभी कभी पैसे फंस जाते है। इसीलिए हमने आगे aeps failed transaction refund process के बारे में बताया है। जिससे बैंक ग्राहक के फंसे हुए पैसे को जल्द से जल्द रिकवर कर सके।
AEPS Failed Transaction Refund Process
ग्राहकों के पैसे कैसे फंसते है, ये आपको पता है। अब इन फंसे हुए पैसों को जल्द से जल्द रिकवर करने के तरीके को जानते है। आमतौर पर फंसे हुए पैसे T+5 बैंक वर्किंग डेज में आटोमेटिक कस्टमर के खाते में रिफंड कर दिए जाते है। यहाँ, T का मतलब Transaction Date, यानि ट्रांसक्शन करने के तारीख के बाद 5 बैंक वर्किंग दिन में ऑटो रिफंड होगा। Bank working days मतलब बैंको को छुट्टिया नहीं है ऐसे दिन।
ग्रामीण बैंकों का रिफंड थोड़ा लेट आता है, इसलिए ऐसे बैंकों से सावधानी से कॅश विथड्रावल करें।
अगर 5-7 दिनों के भीतर पैसा रिफंड नहीं होता है, तो कस्टमर को अपने बैंक में चार्जेबैक फाइल करना होगा।
RNFI Services के Relipay App के सम्बन्ध में ऐसी स्थिति पैदा होने पर कंपनी के अकाउंट डिपार्टमेंट से रिटेलर को चार्जे बैक लेटर ईमेल किया जाता है। उस लेटर को प्रिंट करके कस्टमर द्वारा बैंक में जमा करने की आवश्यकता होती है।
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